दोस्तों, पहले तो हम ये जानेंगे की लाइफ का मतलब क्या होता है। लाइफ मतलब व्यक्ति, प्राणी, पशु या पोंधो की जीवित अवस्था। जो व्यक्ति जीवित है वो सास लेते है, कहते है, पिटे है, घूमते है, और बढ़ते है। अब हमारी लाइफ सेफ है हम गारंटी के साथ तो नहीं कह सकत, लेकिन एक काम हम कर सकते है। और वो है लाइफ इन्शुरन्स लेके हमारे बाद हमारे परिजनों को सुरक्षित कर सकते है। तो चलिए दोस्तों पहले जानते है लाइफ इन्शुरन्स होता क्या है।
लाइफ इन्शुरन्स क्या होता है ? What is Life Insurance in Hindi?
लाइफ इन्शुरन्स एक ऐसी पॉलिसी है इन्शुरन्स कंपनी और इन्शुरन्स लेने वाले व्यक्ति के बिच में होती है। लाइफ इन्शुरन्स पॉलिसी के अनुसार अगर बिमाकर्ता व्यक्ति की कोई दुर्घटना में मृत्यु होती है तो उसके बाद उसके परिजनों को मुख्य नामांकित व्यक्ति को बीमित राशि प्रदान की जाती है। दोस्तों, अगर आप घर में कमाने वाले अकेले हो तो आपने कभी सोचा है की आपके बाद आपके परिवार का क्या होगा? आपके बूढ़े माँ-बाप का क्या होगा? तो ये लाइफ इन्शुरन्स लेके आप टेंशन फ्री हो सकते है।
जीवन बिमा यानि लाइफ इन्शुरन्स लेने का दूसरा फायदा भी है की आप लाइफ इन्शुरन्स लेके टैक्स सेविंग भी कर सकते है। अगर आप लाइफ इन्शुरन्स लेते हो तो आपको प्रीमियम का भुगतान करना पड़ेगा और इसके बदले में भविष्य में बिमा कंपनी आपके बाद आपके परिजनों को एक फिक्स बीमित राशि का भुगता करेगी।
What Is Term Life Insurance? टर्म लाइफ इन्शुरन्स क्या होता है ?
Term life insurance एक ऐसी इन्शुरन्स पॉलिसी है जिसके अनुसार अगर एक निर्धारित टाइम में बीमाकर्ता की मृत्यु होती है तो कंपनी बीमित राशि का भुगतान करेगी। अगर बीमाकर्ता व्यक्ति जीवित है और निर्धारित समय ख़त्म हो गया है तो वो व्यक्ति या तो वो पालिसी को रेनू करेगा, या दूसरे पॉलिसी प्लान से कन्वर्ट करेगा, या आपकी पालिसी यही समाप्त करने के लिए सम्मति देगा। टर्म लाइफ इन्शुरन्स का प्रीमियम इन्शुरन्स लेने वाले व्यक्ति के आयु, आरोग्य, और आयु संभाव्यता पे अवलंब है।
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इंडिया में कौनसी बेस्ट लाइफ इन्शुरन्स कंपनी है ? Top 10 Best Life Insurance Companies In India
दोस्तों, बहोत सारी कम्पनीज है जो कम प्रीमियम में अच्छा life insurance plan प्रोवाइड करती है। अगर आप लाइफ इन्शुरन्स लेना चाहते हो तो आपको पहले सभी लाइफ इन्शुरन्स कंपनियों की तुलना करनी होगी। जो कंपनी बेस्ट है, अच्छे फायदे देती है उसी कंपनी से लाइफ इन्शुरन्स खरीदना है। दोस्तों हमने आपके लिए यहाँ इंडिया की बेस्ट टॉप 10 कंपनी की लिस्ट बनाई है। ये कंपनियों के बारे में जानने के लिए हर आर्टिकल डिटेल में पढ़े। सबने लाइफ इन्शुरन्स लेना ही चाहिए। दोस्तों आपका जानना जरुरी है की इंडिया में ये टाइम पे 24 लाइफ इन्शुरन्स कम्पनीज उपलध है। उनमे से १ यानि LIC सर्कार के अंदर आती है और बाकि 23 निजी क्षेत्र में आती है। इन बीमा कंपनियों ने भारत की सर्वश्रेष्ठ बीमा कंपनियों में से एक की पेशकश की।
1)LIC Insurance Corporation Of India.
2) ICICI Prudential Life Insurance. (अधिक पढ़ें– ICICI Pru Life Insurance Kya Hota Hai)
3) SBI Life Insurance. (अधिक पढ़े- SBI Life Insurance Kya Hota Hai)
4) Max Life Insurance. (अधिक पढ़े- Max Life Insurance Kya Hota Hai)
5) HDFC Standard Life Insurance.
6) Bajaj Allianz Life Insurance
7) Reliance Nippon Life Insurance.
8) Birla Sun Life Insurance
9) TATA AIA Life Insurance.
10) PNB Metlife India Insurance.
पॉलिसी लेते समय किन बातो का ध्यान रखना चाहिए ? Thinks to consider before buying Life Insurance:
- आपको कितने कवर की जरुरत है और कितने समय के लिए।
- टर्म लाइफ या परमानेंट लाइफ पॉलिसी ज्यादा मायने रखती है या नहीं।
- प्रीमियम कितना भरना होगा।
- लाभार्थी का नाम
- विश्वसनीय सलाहकार से बात करें
लाइफ इन्शुरन्स कैसे काम करता है ? How Dose Life Insurance Work?
लाइफ इन्शुरन्स एक कॉन्ट्रैक्ट पॉलिसी है और उसके अनुसार अगर इन्शुरन्स लिए हुए व्यक्ति की अचानक मृत्यु होती है तो उस व्यक्ति ने बिमा लेते टाइम जिस व्यक्ति को beneficiary(लाभार्थी) बताया है उस व्यक्ति को इन्शुरन्स कंपनी डेथ बेनिफिट प्रदान करती है। लाइफ इन्शुरन्स कैसे काम करता है ये जानने के लिए हम डिटेल में जाते है।
कुछ लाइफ इन्शुरन्स पॉलिसी मृत्यु लाभ और जीवित लाभ दोनों प्रदान करती है। जो व्यक्ति ने लिविंग बेनिफिट वाला इन्शुरन्स प्लान लिए है वो व्यक्तो जिन्दा होते हुए भी ये प्लान का लाभ ले सकता है। ये प्लान अगर आप अस्थाई रूप से बीमार हो गए और मेडिकल बिल भरना है तो काम आता है।
लाइफ इन्शुरन्स लाभार्थी का सिलेक्शन करना- लाइफ इन्शुरन्स लेते समय एक बात और जरुरी है की आपको आपके बाद इन्शुरन्स राशि किसको मिलनी चाहिए ये पहले से ही तय करना पड़ता है। इन्शुरन्स बबेनेफिशरी कोई भी हो सकता है जैसे की,
- पति या पत्नी
- माता-पिता
- भाई-बहन
- बालिग बच्चा
- बिज़नेस सहयोगी
- कोई संस्था
- धर्मार्थ संगठन
क्लेम करना- क्लेम का बेनिफिट खुद ब खुद नहीं मिलता है। उसके लिए लाभार्थी को क्लेम करना पड़ता है। ये क्लेम ऑनलाइन या पेपर वर्क करके कर सकते है। इन्शुरन्स कंपनी को पेपरवर्क और समर्थन कर रहे प्रमाण की जरुरत होती है। जैसे की पालिसी के कॉपी, बीमाकर्ता का मृत्यु प्रमाणपत्र देना पड़ता है।
लाभ का भुगतान- क्लेम करने के बाद इन्शुरन्स कंपनी 30 से 60 दिन का समय लेती है डेथ बेनिफिट भुगतान करने के लिए, और इनफार्मेशन के लिए या क्लेम नकारने के लिए। अगर क्लेम रिजेक्ट होता है तो कंपनी उसका वैलिड कारन भी बताएगी।
भुगतान में देरी- ऐसे बहोत सारी स्थिति होती है जब बीमित राशि भुगतान करने में विलंब हो सकता है। अगर बीमित व्यक्ति इन्शुरन्स लेने के पहले या दूसरे साल में गुजरता है तो ये विलम्ब 6 महीने से 1 साल का हो सकता है। ये टाइम में इन्शुरन्स कंपनी का कर्मचारी जाँच पड़ताल कर सकता है की कोई फ्रॉड क्लेम तो फाइल नहीं किया है। अगर फ्रॉड नहीं है तो लाभार्थी को बेनिफिट का भुगतान हो जायेगा। बहुत ऐसे पॉलिसीस है जिसमे आत्महत्या की धारा भी होती है। इसके अनुसार अगर बीमित व्यक्ति सुसाइड करता है तो लाभार्थी को बीमित राशि का भुगतान नहीं किया जाता है।
भुगतान के पर्याय- इन्शुरन्स लेते समय वो व्यक्ति तय कर सकता है की उसके मृत्यु के बाद बीमित राशि का कैसे भुगतान होना चाहिए। बीमित व्यक्ति या लाभार्थी को निचे दिए गए कुछ पेमेंट ऑप्शन उपलब्ध है।
lum sum payment(एक ही बार में भुगतान करना)
installment and annuities(समय समय पर लाभार्थी के जीवन पर नियमित रूप से भुगतान)
retained asset account(संपत्ति खाता बनाए रखना)