होम इंश्योरेंस क्या है?

होम इंश्योरेंस क्या है? होम बीमा कराने के फायदे और नुकसान

1
0 minutes, 5 seconds Read
Advertisement

होम इंश्योरेंस क्या है? होम बीमा कराने के फायदे और नुकसान | What is Home Insurance? Home Insurance Advantages and Disadvantages

क्या आप जानते हैं होम इंश्योरेंस क्या है? घर का बीमा कराने के फायदे क्या है? अगर नहीं तो कोई बात नहीं। आज के इस पोस्ट को पढ़कर आप होम इंश्योरेंस के बारे में सारी जानकारी प्राप्त कर पाओगे। इसके साथ ही आप यह तय भी कर पाओगे कि क्या आपको घर का बीमा करवाना चाहिए या नहीं।

घर हमारा सबसे बड़ा निवेश होता है और हम में से अधिकांश अपने पूरे जीवन में केवल एक बार ही घर बना पाते हैं। दुर्भाग्यवश, लाखों लोग अपना घर होने का सपना देखते हैं और वह अपना घर होने का सपना साकार करने के लिए अपनी सारी जिंदगी लगा देते हैं। कोई ऐसे लोगों से पूछ सकता है कि अपना घर होने का क्या मतलब होता है। हमारे सपनों का घर और समान हमेशा प्राकृतिक आपदाओं भूकंप, तूफान, आग, और चोरी इत्यादि जैसी कई संभावित दुर्घटनाओं से घिरा रहता है। इनमें से कोई भी आपदा हमारे घर का या उसके सामान का नुकसान कर सकती है।

होम इंश्योरेंस क्या है?

इसलिए, होम इंश्योरेंस पॉलिसी (घर का बीमा) होने से हमारे मन को यह शांति मिलती है कि हम प्राकृतिक आपदाओं को रोक नहीं सकते लेकिन अगर इनकी वजह से हमारे घर का कोई नुकसान होता है तो हम उसकी मरम्मत आसानी से कर पाएंगे।

हम में से सब लोग अपनी कार या दो पहिया वाहन बीमा से जरूर कराते हैं लेकिन अपने सबसे महंगे निवेश यानी घर का बीमा नहीं कराते। आज हम यही बात करेंगे कि घर का बीमा कराने के क्या फायदे हैं और किनको यह होम इंश्योरेंस करवाना चाहिए।

Advertisement

हम में से बहुत सारे लोग अपने घर का बीमा नहीं कराते क्योंकि हमें लगता है कि हमें अपनी जिंदगी में कभी भी ऐसे दिन का सामना नहीं करना पड़ेगा। जो लोग सोचते हैं, उनके लिए मैं बस इतना कहना चाहता हूं, “उन लोगों से पूछें जो इस तरह की आपदाओं का शिकार हो चुके हैं?”

मुझे यकीन है कि उनमें से कोई भी यह नहीं कहेगा कि वह पहले से ही जानता था कि ऐसा होगा। इसलिए, होम इंश्योरेंस होना हमेशा फायदेमंद होता है। ऐसा जरूरी भी नहीं है हम आगे बात करेंगे किन लोगों को घर का बीमा नहीं कराना चाहिए।

कई लोगों के बीच एक गलतफहमी है कि होम इंश्योरेंस पॉलिसी में केवल घर की इमारत को ही शामिल किया जाता है। यहां मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि ऐसी बीमा पॉलिसी में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, गहने, प्राचीन वस्तुएं, और जो कुछ भी आप अपने घर की इमारत के साथ सुरक्षित करना चाहते हैं कर सकते हैं।

होम इंश्योरेंस क्या है और यह किन-किन चीजों को सुरक्षा प्रदान करता है?

जैसे जीवन बीमा आपको सुरक्षा प्रदान करता है, मोटर बीमा आपके वाहन को सुरक्षा प्रदान करता है उसी तरह घर का बीमा या होम इंश्योरेंस आपके घर और उसके सामान को सुरक्षा प्रदान करता है। बहुत सारी जनरल इंश्योरेंस कंपनियां होम इंश्योरेंस पॉलिसी प्रदान करती हैं जिनको को खरीदकर कोई व्यक्ति अपने घर को सुरक्षित कर सकता है।

किसी प्रकृतिक आपदा जैसे कि तूफान, भूचाल, आग, चक्रवात, बिजली गिरना, बाढ़ या अन्य किसी प्रकृतिक आपदा के कारण घर को होने वाले नुकसान की भरपाई होम इंश्योरेंस में की जाती है।

इसी तरह अगर घर के सामान की चोरी हो जाती है तो भी होम इंश्योरेंस उस नुकसान की भरपाई करता है। कुछ घर का बीमा करने वाली कंपनियां घर की मरम्मत करने तक का पैसा देती है।

कुछ घर का बीमा करने वाली कंपनियां घर की मरम्मत करने तक का पैसा देती है।

Advertisement

किन घरों का बीमा हो सकता है?

होम इंश्योरेंस इंश्योरेंस कंपनियां किसी घर को बीमा देने से पहले घर किस जगह पर बना हुआ है, घर कैसा है और इसमें क्या-क्या सामान है (अगर आप समान को भी इंश्योर करवाना चाहते हो), और घर कितना पुराना है जैसी चीजों के आधार पर यह तय करती है की घर को इंश्योरेंस देना है या नहीं।

उदाहरण के तौर पर अगर आपका घर 50 साल से पुराना है तो इंश्योरेंस कंपनी आपके घर का बीमा करने से मना कर सकती है। इसी तरह अगर आप का घर कुछ ऐसी जगह पर है जहां पर प्रकृतिक आपदा जैसे कि भूस्खलन, भूकंप, चक्रवात आदि की ज्यादा संभावनाएं हैं तो भी इंश्योरेंस कंपनी मना कर सकती है (या आपको ज्यादा प्रीमियम देना पड़ेगा)।

होम इंश्योरेंस प्रीमियम कैसे तय किया जाता है?

होम इंश्योरेंस प्रीमियम फिक्स नहीं होता है। होम इंश्योरेंस प्रीमियम तय करने के लिए मकान कितनी जगह में बना हुआ है, इसकी बाजार में क्या कीमत हो सकती है, घर में सामान क्या क्या है, जिस एरिया में घर है, वहां पर वातावरण कैसा है, वहां पर प्रकृतिक आपदाएं आने की क्या संभावना है आदि को देखा जाता है। उस आधार पर इसे तय किया जाता है।

आमतौर पर बीमा कंपनियां घर की इमारत का ही बीमा करती है। जिसका प्रीमियम भी ज्यादा नहीं होता है। लेकिन कुछ लोग घर के सामान का भी बीमा करवाना चाहते हैं। ऐसी स्थिति में बीमा कंपनियां होम इंश्योरेंस प्रीमियम बढ़ाकर घर के समान का बीमा भी कर देती है।

अगर आप बाढ़, भूकंप या भूस्खलन प्रभावित प्रभावित एरिया में रहते हैं तो आपको ज्यादा होम इंश्योरेंस प्रीमियम देना पड़ सकता है।

घर का बीमा करवाएं या नहीं?

बीमा कोई भी नहीं करवाना चाहता खासकर के घर का बीमा। लेकिन फिर भी यह एक आवश्यक चीज है और इसे हर किसी को करवाना चाहिए। यहां नीचे कुछ पॉइंट दिए गए हैं जो आपको मदद कर सकते हैं यह जानने के लिए कि क्या आपके घर को होम इंश्योरेंस की जरूरत है या नहीं।

होम इंश्योरेंस करवाने के कारण:

  • अगर आपको हमेशा डर लगा रहता है कि आपके पीछे आपके घर में चोरी हो सकती है आपका कीमती सामान चोरी किया जा सकता है तो आपको होम इंश्योरेंस करवाना चाहिए जिससे आप बेफिक्र होकर कहीं भी जा पाएंगे क्योंकि आपके दिल में तसल्ली होगी कि आपका घर और उसका सामान बीमा कंपनी द्वारा सुरक्षित है।
  • अगर आपका घर किसी ऐसी जगह पर स्थित है यहां पर प्रकृतिक आपदाएं आने का डर लगा रहता है तो आप अपने घर को इंश्योर करवा सकते हैं।
  • अगर आपके एरिया में अक्सर चोरी जैसी घटनाएं होती रहती है तो आप होम इंश्योरेंस करवा सकते हैं।
  • हर घर को मरम्मत की जरूरत पड़ती है तो अगर आपको लगता है कि जरूरत पड़ने पर आप अपने घर की मरम्मत करने में असमर्थ होंगे तो आप ऐसा होम इंश्योरेंस खरीद सकते हैं जो जरूरत पड़ने पर आपके घर के मरम्मत के पैसे भी दे।

होम इंश्योरेंस ना करवाएं

  • अगर आपका घर ऐसी जगह पर स्थित है जहां पर पिछले 10-15 साल में कोई प्राकृतिक आपदा की वजह से किसी कर का नुकसान नहीं हुआ है तो आपके लिए होम इंश्योरेंस फायदेमंद नहीं होगा।
  • अगर आपके आस पड़ोस में कभी चोरी नहीं हुई और वहां सीसीटीवी कैमरा भी लगे हुए हैं तो इस स्थिति में घर का सामान सुरक्षित करने के लिए इंश्योरेंस लेना फायदेमंद नहीं होगा।

घर का बीमा कराने के फायदे

अभी तक आप दुविधा में है कि घर का बीमा करवाएंराम या नहीं? तो यहां नीचे आपको ऐसा बीमा कराने के 7 फायदे बताए जा रहे हैं। बस उन पर एक नज़र डालें और फिर तय करें कि आपको होम इंश्योरेंस की आवश्यकता है या नहीं।

1. घर को चोरी, दंगों, हमलों, और इसी तरह की घटनाओं के लिए होम इंश्योरेंस

हर साल आग दुनिया भर के हजारों घरों को नष्ट कर देती है। यह ना केवल घरों को नष्ट करती है यह अनगिनत सपनों को भी नष्ट कर देती है। आपने समाचार चैनलों के माध्यम से देखा होगा कि प्रसिद्ध गगनचुंबी इमारतें कैसे आग के हवाले हो जाती है। क्या आप सोच रहे हैं कि मैं ऑफ-ट्रैक जा रहा हूं?

माफ़ कीजिये! मैं नहीं जा रहा। यहां मैं जानबूझकर इसका जिक्र कर रहा हूं, सिर्फ आपको यह बताने के लिए कि यदि गगनचुंबी इमारतों जैसे प्रसिद्ध इमारतों जो आग को रोकने के लिए हर संभव उपकरण लगाती है वह आग पकड़ लेती हैं तो हमारे घर इससे कैसे बच सकते हैं।

यद्यपि गृह बीमा आपके घर को आग पकड़ने से नहीं रोक सकता है लेकिन यह निश्चित रूप से आग की घटनाओं के बाद होने वाले नुकसान की भरपाई करने में मदद कर सकता है। जिससे क्षतिग्रस्त मकान की मरम्मत करने में किसी को आसानी हो सकती है।

बहुत सारी बीमा कंपनियां घर में आग रोकने वाले यंत्र लगाने पर (या जिनके घर पहले से ही ऐसे यंत्र लगे हो) ग्राहक को होम इंश्योरेंस पर अतिरिक्त डिस्काउंट देती है।

यह चोरी के खिलाफ हमारे घर की सामग्री की भी रक्षा करता है। हर कोई छुट्टियों पर जाना पसंद करता है, मैं भी, लेकिन जब हम छुट्टियों पर जाते हैं तो हम चोरों के रास्ते को भी साफ़ करते हैं; वे आ सकते हैं और अपने हाथ की सफाई से घर को साफ कर सकते हैं। फिर से होम इंश्योरेंस उन्हें रोक नहीं सकता है।

लेकिन निश्चित रूप से नुकसान की लागत तक का मुआवजामु देकर दिल के दौरे (बस मजाक कर रहा है!) से बचा सकता है।

आजकल, लोग किसी भी गैरकानूनी गतिविधि के विरोध में शांतिपूर्ण तरीके से नाराजगी दिखाने के लिए सड़कों पर आते हैं। लेकिन कुछ क्रुद्ध दिमागी लोग शांतिपूर्ण जुलूस में दंगा कर सकते हैं। फिर सब जानते हैं कि क्या होता है। एक गृह बीमा पॉलिसी ऐसी चीजों के खिलाफ आपके घर और उसके सामान की भी रक्षा करती है।

2. प्रकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए घर का बीमा करवाएं

एक संपत्ति बीमा पॉलिसी आपकी संपत्तियों को भूकंप, तूफान, बिजली, बाढ़, चक्रवात इत्यादि जैसी प्राकृतिक आपदाओं से बचाती है। होम इंश्योरेंस अनियंत्रित प्राकृतिक आपदाएं हैं, जो हर साल कई लोगों के जीवन को बर्बाद कर देती हैं।

इसलिए, ऐसी घटनाओं के बाद की स्थितियों से निपटने के लिए होम इंश्योरेंस पॉलिसी होनी चाहिए।

3. घर के सामान को बीमा से सुरक्षित करें

गृह बीमा पॉलिसी खरीदते समय, आप अपने घर की विभिन्न मूल्यवान वस्तुओं का चयन कर सकते हैं। चोरी या क्षति के मामले में मुआवजा पाने के लिए आप अपने इलेक्ट्रॉनिक सामान, गहने और प्राचीन वस्तुओं का चयन कर सकते हैं। ऐसा करने से आपके होम इंश्योरेंस प्रीमियम की दरें थोड़ी बढ़ती हैं लेकिन आपको भुगतान करने से काफी लाभ मिलता है।

4. मन की शांति

होम इंश्योरेंस से मन को शांति मिलती है कि घर सुरक्षित हैं। अगर आपने अपने घर के लिए सही बीमा पॉलिसी का चयन किया है तो यह निश्चित रूप से आपको मन की शांति देगा (केवल तभी जब आपने एक विश्लेषणात्मक खरीदार की तरह काम किया हो, जो घर का बीमा खरीदते समय अनुबंध पर हस्ताक्षर करने से पहले सभी नियमों और शर्तों को पढ़ता है)।

5. यदि आवश्यक हो तो होम इंश्योरेंस कंपनी आपके किराए का भुगतान भी करती है

एक बार आपदा दूर हो जाने के बाद घर में पुनर्वास करने में समय लगता है। इसलिए कई बार थोड़ी देर के लिए जब तक घर की मरम्मत ना हो जाए किराए के घर में रहने की जरूरत पड़ सकती है। उस स्थिति में, होम इंश्योरेंस कंपनी आपके अस्थायी आवास के लिए भुगतान करती है।

यहां पर ध्यान रखें की हर बीमा कंपनी ऐसा नहीं करती। इसलिए जब भी आप होम इंश्योरेंस खरीद रहे हो तो अच्छी तरह बीमा की शर्तों को पढ़े।

6. दूसरे बीमा की तुलना में होम इंश्योरेंस प्रीमियम कम होता है

जीवन बीमा, सामान्य बीमा, और स्वास्थ्य बीमा जैसे अन्य बीमा उत्पादों के विपरीत, आप होम इंश्योरेंस में बहुत कम प्रीमियम दरों का भुगतान करते हैं और बदले में आपको महत्वपूर्ण लाभ मिलते हैं। इस तरह के बीमा में ग्राहक इंश्योरेंस प्रीमियम को घटा या बढ़ा सकता है कुछ वस्तुओं को हटाकर या जोड़कर।

उदाहरण के तौर पर अगर आप होम इंश्योरेंस करवाते वक्त घर के समान का बीमा नहीं करवाते तो आपका प्रीमियम बहुत कम हो जाएगा।

7. सुरक्षा उपायों के लिए प्रीमियम पर छूट पाएं

स्पष्ट रूप से, एक व्यापारी परिप्रेक्ष्य से आप भी सहमत होंगे, प्रत्येक बीमा कंपनी अपने मुनाफे में वृद्धि करना चाहती है लेकिन यदि वह इंश्योरेंस क्लेम का भुगतान ही करती रही तो वह मुनाफा कैसे कमाएगी।

इसलिए, मुनाफे में वृद्धि और दुर्घटनाओं की संभावनाओं को कम करने के लिए, बीमा कंपनियां उन ग्राहकों के लिए होम इंश्योरेंस पर अतिरिक्त छूट प्रदान करती हैं जिन्होंने दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा गैजेट जैसे फायर अलार्म, सीसीटीवी कैमरे इत्यादि स्थापित किए हो।

महत्वपूर्ण: याद रखें कि सभी बीमा पॉलिसी कुछ एक्सक्लूजन (खास स्थितियों में होने वाले नुकसान की भरपाई नहीं होती जिनको हम एक्सक्लूजन कहते हैं) के अधीन हैं, इसलिए, बीमा पॉलिसी खरीदने से पहले (जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा, या होम इंश्योरेंस जैसे सामान्य बीमा) शर्तें स्पष्ट रूप से पढ़ें।

पॉलिसी शब्दों को समझने के लिए आप अपने बीमा एजेंट की मदद ले सकते हैं।

होम इंश्योरेंस कहां से खरीदें?

अधिकांश सामान्य सामान्य सेवाएं घर की पेशकश करती हैं। आप उनमें से एक फ़ॉन्ट खरीद सकते हैं। भारत में पंजीकृत बीमा सूचियों की सूची देखने के लिए क्लिक करें। आप सामान्य कवरेज में सामान्य बीमा पर जाकर बीमा कर सकते हैं या आप ऑनलाइन बीमा भी खरीद सकते हैं।

आप अपनी पसंदीदा बीमा कंपनी पर जाकर होम इंश्योरेंस खरीद सकते हैं या आप बीमा वेब पेज पर फ़ॉन्ट खरीद सकते हैं।

मेरे विचारों में, वेबसाइट एक फार्म वेबसाइट बीमा खरीदने के लिए एक अच्छा विकल्प है। ऐसी वेबसाइटों के लिए, आप विभिन्न कंपनियों से पैसे पा सकते हैं। आप कम लागत में एक अच्छी कंपनी देने के लिए अपना होम इंश्योरेंस खरीद सकते हैं।

ध्यान दें: कुछ कंपनियां बहुत कम प्रीमियम पर पॉलिसी भेजती है लेकिन ऐसी कंपनियां बहुत कम लाभ देती हैं। उनमें बहुत सारे एक्सप्लोजंस होते हैं। इसीलिए पॉलिसी खरीदते वक्त यह भी देखें कि आपकी कंपनी कौन-कौन से इवेंट कवर कर रही है।

होम इंश्योरेंस में क्या कवर नहीं किया जाता है?

हर बीमा पॉलिसी तय मोको के लिए ही सुरक्षा प्रदान करती है यह हर तरह के नुकसान की भरपाई नहीं करती। आगे कुछ घटनाएं दी गई है जिनको होम इंश्योरेंस पॉलिसी कवर नहीं करती।

  • जानबूझकर अपने घर को या उसके सामान को हानी पहुंचाने पर कोई क्लेम नहीं मिलता।
  • किसी भी तरह के युद्ध चाहे वह न्यूक्लियर युद्ध हो, गृह युद्ध हो, में हुए नुकसान को कवर नहीं किया जाता।
  • ज्यादा जानकारी के लिए अपने पॉलिसी डॉक्युमेंट को पढ़े।

होम बीमा कराने के नुकसान

  1.होम लोन का बीमा खरीदना महंगा 

बैंकिंग विशेषज्ञों के अनुसार, टर्म प्लान के मुकाबल होम लोन का बीमा लेना महंगा पड़ता है। ऐसा इसलिए कि जब आप होम लोन लेते हैं बैंक पूरी राशि का बीमा लेने को कहते हैं। इसका प्रीमियम एक बार में ही चुकाना होता है। अगर आप 50 लाख रुपये के होम लोन का बीमा लेते हैं तो प्रीमियम की राशि भी होम लोन में जोड़ ली जाती है। इससे ईएमआई  बढ़ जाती है। सिर्फ होम लोन का कवर होने की वजह से कर्ज की राशि घटने के साथ बीमा कवर भी घटता जाता है। इससे दोहरा नुकसान होता है। अगर आप समय से पहले होम लोन चुका देते हैं तो भी ज्यादातर बैंक बीमा पर चुकाई गई राशि वापस नहीं देते।

  2.इस तरह समझें नुकसान का गणित

मान लेते हैं कि अगर आपने 20 साल के लिए 50 लाख का होम लोन लिया और 5 साल यह ईएमआई चुकाने के बाद शेष देनदारी 35 लाख बचती है। इस समय बीमा धारक के साथ दुर्घटना की स्थिति में कंपनी सिर्फ बचे होम लोन का भुगतान करेगी। यानी आपके 50 लाख रुपये के होम लोन प्रोटक्शन प्लान की कवरेज राशि अब घटकर 35 लाख रह जाएगी।

FAQs

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया हो या बीमा नियामक इरडा किसी ने भी ऐसा कोई नियम नहीं बनाया है कि होम लोन के साथ बीमा लेना आवश्यक है। हालांकि कई बैंक या फाइनेंस देने वाले इस तरह के इंश्योरेंस की राशि ग्राहकों को लोन में जोड़कर ही बताने लगे हैं।
इस पॉलिसी के तहत, बीमित व्यक्ति को जीवन भर के लिए कवर किया जाता है, अर्थात् उसकी मृत्यु तक। इसकी मैच्योरिटी की अवधि आमतौर पर 100 वर्ष होती है। इस प्रकार, आपको अपनी आयु के 100 वर्ष तक प्रीमियम का भुगतान करते रहना होगा। यहां, लाभार्थी को पॉलिसीधारक के आकस्मिक निधन पर मैच्योरिटी लाभ के साथ बीमा राशि प्राप्त होती है।
जीवन उमंग सबसे अच्छी एलआईसी योजनाओं में से एक है। योजना के 100 वर्षों के लिए बीमा सुरक्षा प्रदान की जाती है। योजना के साथ राइडर्स को अतिरिक्त प्रीमियम भुगतान करके कवर बढ़ाया जा सकता हैं। बीमाधारक के जीवित रहने पर, योजना जीवित लाभ के रूप में हर साल 8% बीमित राशि का भुगतान करेगी।

अंतिम शब्द:

होम इंश्योरेंस पॉलिसी बहुत कम प्रीमियम पर उपलब्ध होती है और इनको करवाने के फायदे भी बहुत होते हैं। तो मेरे हिसाब से घर का बीमा ना करवाने का कोई कारण नहीं होना चाहिए। ऊपर दी गई जानकारी से आप आसानी से यह तय कर हो कि आपको होम इंश्योरेंस की जरूरत है या नहीं। यहां पर आपको बता दें अगर आपने होम लोन लिया हुआ है तो आपका घर पहले से ही इंश्योर हो सकता है।

author

Insurance in Hindi

Hello Friends, my name is "insurance in hindi", I have come to this site for you regarding the topic of insurance ,loans, Mortgage loan,And Lates New Updates Tips I understand and Easy solve it.

Similar Posts

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *