बीमा एक कानूनी अनुबंध है जिसमें एक पक्ष (बीमा कंपनी) दूसरे पक्ष (बीमा धारक) से निर्धारित प्रीमियम प्राप्त करता है, और यदि बीमा धारक को किसी नुकसान का सामना करना पड़ता है, तो बीमा कंपनी उसे वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इसका उद्देश्य अनपेक्षित घटनाओं जैसे दुर्घटनाओं, बीमारी, मृत्यु, या अन्य किसी भी प्रकार के नुकसान के मामले में वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है।
बीमा के प्रकार:
जीवन बीमा (Life Insurance)
जीवन बीमा व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसके परिवार को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है। इसमें विभिन्न योजनाएँ होती हैं:टर्म जीवन बीमा (Term Life Insurance)
यूलिप (ULIP) – Unit Linked Insurance Plan
पॉलिसी विद सेविंग्स (Endowment Policy)
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स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance)
स्वास्थ्य बीमा बीमारी, चोट, या अस्पताल में भर्ती होने पर चिकित्सा खर्चों को कवर करता है। यह अस्पताल के बिलों, दवाओं, डॉक्टर की फीस आदि को कवर कर सकता है।वाहन बीमा (Motor Insurance)
वाहन बीमा आपके वाहन के दुर्घटना, चोरी, या अन्य किसी भी प्रकार के नुकसान से बचाव करता है। इसमें दो प्रकार होते हैं:ऑल-रिस्क बीमा (Comprehensive Insurance)
थर्ड-पार्टी बीमा (Third-party Insurance)
संपत्ति बीमा (Property Insurance)
यह बीमा घर, दुकान, या अन्य संपत्तियों को नुकसान से बचाता है। उदाहरण स्वरूप, यदि घर में आग लग जाए या चोरी हो जाए, तो संपत्ति बीमा क्षति को कवर करेगा।यात्रा बीमा (Travel Insurance)
यात्रा बीमा यात्रा के दौरान होने वाली अनहोनी घटनाओं जैसे कि उड़ान में देरी, खोए हुए सामान, मेडिकल इमरजेंसी, आदि से सुरक्षा प्रदान करता है।
बीमा के लाभ:
वित्तीय सुरक्षा: बीमा की मदद से किसी अप्रत्याशित घटना के बाद वित्तीय संकट से बचाव होता है।
Advertisement धारा 80C में टैक्स छूट: जीवन बीमा पॉलिसी पर किए गए प्रीमियम के लिए आपको आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है।
जोखिम का वितरण: बीमा कंपनी, नीति धारक के जोखिम को वहन करती है, जिससे व्यक्ति पर वित्तीय बोझ कम हो जाता है।
बीमा पॉलिसी के तत्व:
प्रीमियम (Premium): बीमा पॉलिसी को सक्रिय रखने के लिए धारक द्वारा दी जाने वाली राशि। यह राशि नियमित अंतराल पर भुगतान की जाती है।
समय अवधि (Policy Term): यह वह अवधि है, जिसके दौरान बीमा कवर उपलब्ध रहता है।
संपूर्ण बीमा राशि (Sum Assured): यह वह अधिकतम राशि है, जो बीमा कंपनी द्वारा बीमित व्यक्ति के निधन या किसी अन्य घटना के बाद प्रदान की जाती है।
क्लेम (Claim): यह वह प्रक्रिया है, जिसके तहत बीमा कंपनी से नुकसान या बीमा शर्तों के तहत दावा किया जाता है।
बीमा चुनते समय ध्यान रखने योग्य बातें:
पॉलिसी की शर्तों को समझें।
प्रीमियम की राशि और उसकी भुगतान विधि।
बीमा कंपनी की विश्वसनीयता और ग्राहक सेवा।
पॉलिसी की समाप्ति की तारीख और पॉलिसी के पुनर्नवीनीकरण के विकल्प।