what is insurance in hindi

बिमा (Insurance)क्या है और बिमा कितने प्रकार के होते है – What is Insurance In Hindi

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Insurance Meaning In Hindi- हेलो दोस्तो, आज हम जानेंगे की बीमा आखीर होता क्या है। बिमा यानि इंश्योरेंस (Insurance) एक ऐसा प्रोटेक्शन है जो हमें वित्तीय नुकसान (financial loss) से बचाता है। इससे हम future में आने वाले रिस्क को manage कर सकते हैं। दोस्तो बीमा एक ऐसी contract policy है जिसमे आप आपके लिए नुकासान के खिलाफ financial protection मिलता है। वो नुकसान छोटा या बड़ा हो सकता है।

दोस्तो इंडिया में ऐसी कंपनियां है जो ये बीमा प्रोवाइड करती है। Insurance अलग अलग टाइप के होते हैं। और मेरा मनाना ये है की हम हर एक को कम से कम एक इंश्योरेंस लेना ही चाहिए। America मैं हर एक व्यक्ति कम से कम एक बीमा लेता ही है। वहा वेसा कानून है।

आप कोई भी policy लो आपको समय से प्रिमियम भरना पड़ता है। दोस्तो इंडिया में बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो इंश्योरेंस के बारे में नहीं जानते। दोस्तो भविष्य में हमारे ऊपर क्या आप दा आएगी ये हम नहीं बता सकते। इसिलिए बेस्ट ये है की हम भविष्य में होनेवाले प्रॉब्लम को अभी से हैंडल करने की तयारी कर ले।

इंडिया में बहुत सारे ये से लोग हैं जिनको बीमा क्या होता है? इंश्योरेंस कैसे निकले? इंश्योरेंस की जरुरी है? उन्होंने सब बात पता नहीं होती है। दोस्तो आज हम ये पोस्ट से जानेंगे की बीमा क्या होता है, कौनसी कंपनी है जो इंश्योरेंस प्रोवाइड कर ती है, इंश्योरेंस कैसे और कौनसी कंपनी से ले।

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दोस्तो आईऐ जानते हे की इन्शुरन्स के प्रकार कोनसे होते हैं।

Type Of Insurance In Hindi- Kon konse insurance hote hai ?

  • Life insurance (जीवन बीमा)
  • Health insurance (स्वास्थ्य बीमा)
  • Vehicle insurance (वाहन बीमा)
  • Home insurance (गृह बीमा)
  • Travel insurance (यात्रा बीमा)
  • Fire insurance (अग्नि बीमा)

1) Health Insurance(स्वास्थ्य बीमा):

Health insurance in hindi, health insurance kya hota hai

            दोस्तो हेल्थ इंश्योरेंस(health insurance) एक ऐसी पॉलिसी है जो आपको बीमार होने पर हॉस्पिटल का खर्चा प्रदान करना है। ऐ खर्चे मे अस्पताल मे  admit होने का खर्चा, उपचार का खर्चा, सर्जरी का खर्चा आता है। इंडिया में बढ़ते मेडिकल मुद्रा-विस्तार के साथ हेल्थ इंश्योरेंस लेना भी नेसेसरी हो गया है। हेल्थ इन्शुरन्स मे भी अलग अलग प्लान होते है। आप आपके जरुरत के हिसाब से ले सकते है।

दोस्तो हेल्थ एक बहुत जरुरी फैक्टर है। हम ऊपर से तो निरोगी दिखाई देंगे लेकिन क्या पता अंदर से कोई बिमारी जन्म ले रही हो। और ये बीमार तब सामने आए जब हमारा इनकम का कोई और स्रोत ना हो। ऊस समय पर स्वास्थ्य बीमा काम आता है। याहा पर हम आपको बताएंगे की कौनसी कंपनी का स्वास्थ्य बीमा लेना चाहिए।

2) Life Insurance(जीवन बीमा):

जीवन बिमा का क्या महत्व है

          स्वास्थ्य बीमा के साथ साथ जीवन बीमा(Life Insurance) भी जरुरी होता है। जीवन बीमा हमारे बाद हमारे परिजन की सहायता के लिए होता है। जीवन बीमा एक ऐसी पॉलिसी है जो इंश्योरेंस कंपनी और इंश्योरेंस लेने वाले व्यक्ति के बीच में होती है। जीवन बीमा के अनु सार जिस व्यक्ति का बीमा है उसके साथ अगर कोई दुर्घटना हो जाति है जिसमे उसकी मौत हो जाती है, बीमा कंपनी एक फिक्स राशि उसके बाद उससे परिजन (नमंकित व्यक्ति) को भुगतान करती है। ये भुगतान के अलावा जीवन बीमा से और भी लाभ होते हैं। जैसा आपका जो इनकम टैक्स होता है उसमे भी कमि आती है। एसके अलावा और बहुत फायदे होते हैं।

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3) Vehicle Insurance(वाहन बीमा):

Importance of vehicle insurance in hindi

दोस्तो दूसरे बीमा की तरह वाहन बीमा(Vehicle Insurance in Hindi) जरुरी होता है। ये वाहन में आपकी बाइक, कार, ट्रक, टेम्पो, बस, और ऐसे ही छोटे बड़े वाहन आते हैं। दोस्तो आप अपने डेली यूज और कमाई के लिए वाहन ले ते है और वो भी या तो ईएमआई पर नहीं तो कुछ ओर लोन लेके। अब अगर भविष्य में उसके साथ कुछ दुर्घटना होती है तो वो समय पे हमारे वाहन का या सामने वाले वाहन का नुक्सान कोन देगा? या आपकी कार, बाइक चोरी हो जाती है तो तब भी ये मोटर इंश्योरेंस काम आता है। याही नुकसान आप मोटर इंश्योरेंस से निकाल सकते हो। भारत में मोटर बीमा अनिवार्य है।

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4) Home Insurance(गृह बीमा):

home insurance kaise kare?

गृह बीमा एक महत्वपूर्ण policy है जो प्राकृतिक आपदा और मानव निर्मित आपदा से घर को हुआ नुकसान का भुगतान करता है। प्राकृतिक आपदा में भूकंप, बाढ़, तूफान, भूस्खलन जैसी आपदा हो आती है और मानव निर्मित आपदा में चोरी, दंगे, विस्फोट, आतंकवाद जैसी आपदा आती है।  दोस्तो लाइफ में जैसे सर पे मां बाप का आशीर्वाद होना जरुरी है वैसा ही सर पे छत का होता जरुरी है।

अगर आप रोज कड़ी मेहनत करके घर लेते हैं, कोई कोई तो ईएमआई पर घर या फ्लैट लेता है। तो दोस्तो ये घर या फ्लैट को भविष्य में होने वाली आपदा से भी बचना जरुरी है। अब आपदा तो बोलके नहीं आएगी। आ भी सकति है और नहीं भी। लेकिन अगर आ जाति है तो वो समय पे हम कैसे अपना नया बसेरा बनाएंगे, कैसे नुकसान को संभालेंगे। ऐसे में अगर आपने होम इंश्योरेंस की पॉलिसी पहले से ली है तो ये सब बातो का टेंशन नहीं रहेगा।

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5) Travel Insurance(यात्रा बीमा):

यात्रा बिमा क्या है जानिए यात्रा बिमा की पूरी जानकारी

दोस्तों हम मेसे हर एक को travelling करना पसंद है। उसमे अगर travelling बिना किसी टेंशन पूरी की जाये तो ये एक अच्छी बात होगी। ट्रेवलिंग इन्शुरन्स एक ऐसा बिमा है एक ऐसे नुकसान को भर सकता है जो ट्रेवलिंग के दौरान होता है। दुनिया में ऐसे कई देश है जहापे travel इन्शुरन्स मैंडेटरी है जब हम visa निकालना  तब। Travelling के दौरान जो भी अलग अलग रिस्क आते है वो इस इन्शुरन्स में कवर हो जाते है। दोस्तों ट्रेवल इन्शुरन्स usaully travelling स्टार्ट डे से लेके आप return आने वाले date तक लिया जाता है।

हम ट्रेवल इन्शुरन्स इंडिया में travel करने के लिए और इंडिया के बाहर travel करने के लिए भी ले सकते है। दोस्तों हमें अपनी लाइफ enjoy तो करनी ही चाहिए। Traveling करके हम सब दुनिया के अलग अलग जगह के बारे में जानते है, वह का environment को एन्जॉय करते है| travel insurance इस एन्जॉयमेंट को दुगना कर देता है।

दोस्तों travel insurance अलग अलग टाइप के होते है। जैसे की आप single trip, multi trip travel insurance पॉलिसी ले सकते है। कुछ पॉलिसी ऐसी होती है जो पुरे साल के लिया ले सकते है उसमे एक particular डेस्टिनेशन की multiple trip cover होती है।

6) Fire Insurance(अग्नि बीमा):

Fire insurance क्या होता है? अग्नि बिमा के फायदे

दोस्तों आइये अब जानते है की फायर इन्शुरन्स (Fire insurance) क्या होता है? तो दोस्तों फायर इन्शुरन्स एक ऐसी contract policy होती है जो insurance company  और policyholder के बिच में है। और पॉलिसी होल्डर की प्रॉपर्टी को आग लगने से जो loss होता है ये कंपनी उसका भुगतान करती है। दोस्तों हम लोग बड़ी मेहनत घर, दुकान, गोडाउन  और इतर properties बनाते है। बहुत पैसा खर्च हो जाता है इसमें। और उसके अंदर फर्नीचर बनाते है वो अलग से।

दोस्तों आप के मन में डाउट होगा की fire insurance कौन और किस प्रॉपर्टीज के लिए ले सकते है? तो फायर इन्शुरन्स एक व्यक्ति, कोई institute, Organization ले सकते है। बाद में शॉपकीपर्स, गोडाउन कीपर्स, बिल्डिंग का owner, ट्रस्ट्स, एजुकेशनल इंस्टीटूशन, hotels, मॉल, हॉस्पिटल, क्लिनिक और कई ऐसे ही प्रॉपर्टीज के लिए ले सकते है। फायर डैमेज में lightening, विस्फोट, प्रभाव क्षति, तूफान, बाढ़, आंधी, बवंडर, दंगा, हड़ताल, दुर्भावनापूर्ण क्षति, विमान क्षति, मिसाइल परीक्षण संचालन, झाड़ी की आग आदि डैमेज आते है।

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स्वास्थ्य बिमा और जीवन बिमा में क्या अंतर है?

दोस्तों जीवन बिमा और स्वास्थ्य बिमा दो अलग अलग बिमा है।  अगर किसी व्यक्ति ने जीवन बिमा यानि लाइफ इन्शुरन्स पॉलिसी ली है तो लाइफ इन्शुरन्स कंपनी उसके मरणोपरांत उसके जो  वारिस होंगे उनको बीमित राशि प्रदान करेंगे। और स्वास्थ्य बिमा एक यैसी बिमा पालिसी है जो अगर किसी व्यक्ति ने ली है तो उस व्यक्ति को भविष्य वाली बीमारियों का खर्चा प्रदान करती है। ये दोनों बिमा बहुत ही महत्वपूर्ण है।

इन्शुरन्स आपके वित्तीय जोखिम को कैसे कम करता है ?

मान लो आप आपकी कार चला रहे हो और तभी अचानक से एक्सीडेंट हो गया।  और ये एक्सीडेंट में सामने वाले की गाड़ी का और आपके कार का भी नुकसान हो गया तो अब ये नुकसान को देगा।  और अगर उसमे आपकी गलती हो तो नुकसान की मांग आपसे ही होगी।  ऐसे टाइम पे  आपके गाड़ी का मोटो इन्शुरन्स यानि कार इन्शुरन्स  लिया है तो ये नुकसान का भुगतान बिमा कंपनी देगी।

वैसे ही अगर आपने हेल्थ इन्शुरन्स लिया है और भविष्य में आपको या आपके परिवार के किसी सदस्स्य  हो गयी तो वो टाइम पे आपको स्वाथ्य बीमित  मदद मिलेगी। वैसे ही अगर एक व्यक्ति घर में अकेले कमाने वाला हो और अचानक या किसी वजग से उसकी डेथ हो गयी तो उसके पीछे उसके परिवार का क्या होगा ? तो उस व्यक्ति का लाइफ इन्शुरन्स लिया हुआ है तो परिवार का पालन पोषण का खर्च प्रदान हो सकता है।

ऐसे कई सरे फायदे होते है इन्शुरन्स लेने के।  दोस्तों आपको आपके इनकम के हिसाब से काम से काम एक इन्शुरन्स तो खरीदना ही चाहिए।

टैक्स सेविंग के लिए टर्म इन्शुरन्स लेते समय किन बातो पर ध्यान देना चाहिए ?

दोस्तों बहुत सारे लोग ऐसे है की वो टैक्स सेविंग करने के लिए लाइफ इन्शुरन्स खरीदी करते है।  इंडिया में मार्च एंडिंग को फाइनेंसियल वर्ष समाप्त होता है। तो 31 मार्च अंतिम तारीख होती है इन्शुरन्स लेने की। और लोग हड़बड़ी में कोई भी इन्शुरन्स प्लान सिलेक्ट कर लेते है और कुछ गलतिया कर बैठते है। ऐसे ही कुछ गलतिया है जिसपे आपको ध्यान देना होगा।

Points To keep In Mind:

जो भी आपको इन्शुरन्स लेने की सलाह दे रहा है उसपे आँख बंद करके कभी विश्वास न करे। आपको वो पॉलिसी कंपनी के इतिहास के बारे में जानना चाहिए।  जैसे की अब तक कितने क्लाइन सेटलमेंट हुए है, कस्टमर सपोर्ट कैसे है, पालिसी लेने के कौन कोनसे फायदे है आदि।

आपको ये भी ध्यान रखना में रखना है की आपको सभी इन्शुरन्स प्लान को बारीकी से परखना होगा। देखना होगा की कोनसे प्लान में कौन कोनसे फीचर आते है।  हम आपकी एक और गलतफैमी दूर करना चाहेंगे की कुछ लोगो को ऐसे लगता है कोई भी प्लान लेने से एक जैसी टैक्स सेविंग होती है।  तो ये बिलकुल गलत है।

और एक बात पर ध्यान रखे, जरुरत से अधिक या जरुरत से कम प्लान नहीं खरीदना है। कुछ लोग जरुरत से अधिक प्लान खरीद लेते है जिसका प्रीमियम भी ज्यादा जाता है और आपकी सेविंग भी कम  है। और कुछ जरुरत से कम का प्लान लेते है जिससे परिवार की जरुरत भी पूरी नहीं हो पाती है। 

बहुत सारे ऐसे पॉलिसीधारक होते जिनको पॉलिसी कितने समय के लिए है, वो भी पता नहीं रहता। बस ले लेते है। तो आपको उसपे भी ध्यान देना है।

ऑनलाइन खरीदने पर फोकस करे।  बहुत सारी ऐसे इन्शुरन्स कंपनिया है जो ऑनलाइन पालिसी लेने ओर काम प्रीमियम का कम रेट ऑफर करती है।

कुछ लोग सही जानकारी छुपाने की कोशिश करते है। उससे थोड़ा प्रीमियम तो बचेगा लेकिन अगर भविष्य में इन्शुरन्स कंपनी को कुछ जानकारी गलत पता चलती है तो, वो आपका बीमित राशि रुकवा सकती है।  तो सही जानकारी से। अगर आपको कोई व्यसन है तो वो भी डिटेल में बता दे।

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